कोरोना से बचें ये 6 राशियों वाले व्यक्ति

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astro neeti sharma

ज्योतिषाचार्य एवं वास्तु विशेषज्ञ डॉ. नीति शर्मा अपने गहन अध्ययन के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंची कि मिथुन राशि,  कर्क राशि, तुला राशि, वृश्चिक राशि, कुंभ राशि, मीन राशि वाले व्यक्ति कोरोना वायरस के दुष्परिणामों से विशेष रूप से प्रभावित हो रहे है। गत 10 दिनों से उनके शंकर विहार स्थित कार्यालय में कोरोना वायरस के डर से प्रभावित अनेक जातक अपनी कुंडली विशलेषण के लिए आएं, उनके ग्रहों और भूतकाल में हुए गोचरीय ग्रहों का प्रभाव जो कि इस तरह की संक्रामक बीमारी को जन्म देता है, उनका अध्ययन कर उनको उपाय बताएं ।

  • वैदिकज्योतिषके अनुसार, कोई भी वायरस राहु और शनि से प्रभावित होता है, जो आक्सीजन को दूषित करके हवा को विषेला बनाते है, राहु का संबंध धुएं और आसमान दोनों से है। ऐसे में कोई भी वायरस हवा में कहीं भी पहुंच जाता है। शनि हवा में पैदा हुए कण है, जो इसके फैलाने में मदद करते है।
  • पूरेब्रहामांडके आक्सीजन पर बृहस्पति का स्वामित्व स्थापित है, आक्सीजन बारिश के कारण पैदा होती है, जिससे पेड़ पौधे फलते फूलते है और स्वच्छ वायु देते है, जिसका कारक ग्रह चंद्र है।
  • मिथुनराशिसे गले के रोग देखे जाते है तथा कर्क राशि फेफड़े और जल संबंधित बीमारियों को दर्शाती है। वर्तमान समय में राहु का कोचर मिथुन राशि में ही चल रहा है तथा मंगल भी बृहस्पति औऱ केतु के साथ अंगारक दोष बनाता हुआ धनु राशि में बैठकर पूर्ण रूप से मिथुन और कर्क राशि को देख रहा है। ऐसी स्थिति में मिथुन और कर्क दोनों ही राशियां पीड़ित है।
  • वर्तमानसमयमें बृहस्पति राहु केतु के अक्ष में होने से पीड़ित और कमजोर स्थिति में है। जिसकी वजह से यह बीमारी तेजी से फैल रही है। साथ ही शनि की राशियों में जनवरी से आरोग्य कारक सूर्य का गोचर हुआ है, जो कि मध्य फरवरी तक मकर राशि में और उसके बाद मध्य मार्च तक कुंभ राशि में रहेगा। इस प्रकार शत्रु क्षेत्री शनि की राशि में होने से सूर्य कमजोर स्थिति में गोचर कर रहा है।
  • विषाणुजनितरोगों के लिए राहु और केतु जिम्मेदार माने जाते है तथा बुध ग्रह पर शनि और मंगल का प्रभाव हो तो भी ऐसी परिस्थिति का निर्माण होता है।
  • कोरोनावायरसकी विकट स्थिति निमोनिया जैसे लक्षण भी पैदा करती है, जिसके लिए बुध ग्रह की पीड़ा भी जिम्मेदार है।

कोरोना वायरस से बचाव के ज्योतिषीय, आयुर्वेदिक व चिकित्सक उपायः-

  1. 1.सर्वप्रथमआपको अपने रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार, नींबू, हरी मिर्च, संतरा, लहसुन, दही खाने से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोतरी होती है।
  2. 2.ज्यादासे ज्यादा गर्म व गुनगुना पानी का सेवन करें। गला सूखने न दें और आवश्यकतानुसार पानी पीते रहें।
  3. 3.संक्रामकरोग से बचने के लिए विटामिन सी का सेवन करना चाहिए, जो कि नींबू और आंवले में पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है।

4.विटामिन डी प्राप्त करना भी बहुत महत्वपूर्ण है, इससे रोगों से लड़ने की सहायता मिलती है। विटामिन डी का मुख्य स्रोत सूर्य की रोशनी है, जिसके ताप से भी कीटाणु नष्ट हो जाते हैं।

  1. 5.आपकोइलायची, लौंग, काली मिर्च और जावित्री को मिलाकर अपने पास किसी पुड़िया में रखना चाहिए।
  2. 6.आपअपने माथे पर शुद्ध सिंदूर का तिलक लगाएं, क्योंकि इसमें सीसा (लेड) पाया जाता है और आयुर्वेद के अनुसार सीसा की भस्म कई रोगों को दूर करने में सक्षम होती है और यह शरीर की कांति को बढ़ाने वाला होता है तथा कफ को दूर करता है।
  3. 7.प्रतिदिनअपने घर में गाय के गोबर से बने उपले कपूर और गूगल तथा लोबान जलाकर पूरे घर में घुमाएं, जिससे विभिन्न प्रकार के कीटाणुओं का नाश हो सके और वातावरण भी शुद्ध हो सकें।

8.ऊपर जिन जिन ग्रहों का वर्णन किया गया है, उन ग्रहों को मजबूत करने के उपाय भी आपको करनी चाहिए ताकि इनसे होने वाली समस्याओं में कमी आए।

9.प्रतिदिन योग और व्यायाम करें, जिससे आपका शरीर मजबूत हो और आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़े तथा आप कोरोना वायरस की चपेट में आने से बच सकें।

10.महामत्युजय मंत्र का नियमित रूप से जाप करें।

11.दिन में कम से कम पांच बार हाथ धोने चाहिए, हाथ धोने के लिए किसी अच्छे साबुन अथवा अल्कोहल वाले हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना, हाथ धोते समय नाखून के पौरूए भी साफ रखना आवश्यक है।

  1. 12.हाथोंके जरिये यह बहुत जल्दी फैलता है, इसलिए हाथ मिलाने से बचना चाहिए। एक दूसरे का अभिवादन नमस्कार की मुद्रा में करना चाहिए।
  2. 13.मुंहढक कर खाँसना और छींकना चाहिए तथा टिशू पेपर, जिससे मुंह ढका हो, उसे अच्छे से फेंकना चाहिए ताकि कोई और व्यक्ति उसकी चपेट में ना आ जाए।
  3. 14.माँसऔर अंडे का सेवन करने से बचना चाहिए तथा संक्रमित व्यक्तियों से बच कर रहना चाहिए।
  4. 15.जंगलीजानवरों से दूर रहने का प्रयास करना चाहिए।
  5. 16.सूखीखांसी अगर तेज बुखार के साथ आएं तो शीघ्र चिकित्सिक परामर्श लें।
  6. 17.मधुमेह (डायबिटीज),उक्तरक्तचाप, ह्दय रोगी, अस्थमा व कम प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्ति विशेष ध्यान दें।

 

Team- Dr. Neeti Sharma

Astrologer & Vastu Expert

Delhi,  INDIA
Ph: +91-8929969551

 

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