दिल्ली के पीतमपुरा में बही-कविताओं की फागुनी फुहार!

0
109

WhatsApp Image 2023-03-10 at 4.45.20 PM
रिपोर्ट -विनोद पाराशर
————————
अखिल भारतीय साहित्य परिषद से संबंधित संस्था ‘इंद्रप्रस्थ साहित्य भारती’ के केशवपुरम विभाग के तत्वावधान में सुप्रसिद्ध साहित्य सेवी व इंद्रप्रस्थ साहित्य भारती के स्तंभ बृजेश के संयोजन में, होली के शुभ अवसर पर ‘फागुनी फुहार कविता की बहार’ कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। दिल्ली, पीतमपुरा की संदेश विहार कॉलोनी के कम्युनिटी सेंटर में आयोजित, इस कवि सम्मेलन में राष्ट्रीय गीतकार डॉक्टर जयसिंह आर्य,हास्य व्यंग्य के चर्चित कवि श्री विनोद पाराशर, गीतकार सुश्री दीपा गुप्ता एवं सुश्री रजनीश गोयल ने, होली के इस अवसर पर अपने रंग बिरंगे गीतों व व्यंग्यात्मक रचनाओं से श्रोताओं को भावविभोर कर दिया।
कार्यक्रम का कुशल संचालन राष्ट्रीय गीतकार डॉक्टर जय सिंह आर्य ने किया।इस कवि सम्मेलन में उपस्थित श्रोताओं के विशेष अनुरोध पर डॉक्टर जयसिंह आर्य ने बेटियों पर अपना प्रसिद्ध गीत पढा।गीत सुनकर बहुत से श्रोताओं की आंखें नम हो गई।
गीत की बानगी देखिये-
‘ओढ़कर जब मैं धानी चुनर जाऊँगी
सूना-सूना सा घर माँ का कर जाऊँगी
नासमझ-ना समझ मुझको बाबुल मेरे
तेरी ख़ुशबू हूँ हरसू बिखर जाऊँगी’

होली पर डॉ.जय सिंह आर्य के इस मुक्तक को भी, सभी का भरपूर प्यार मिला-

‘आपका संग है तो होली है
फागुनी रंग है तो होली है
जिसको पीकर ये मनवा झूम उठे
प्रेम की भंग है तो होली है’

इस अवसर पर विशिष्ट आमंत्रित साहित्य परिषद के राष्ट्रीय मंत्री प्रवीण आर्य के गीत “होली रे होली” को तालियों की गड़गड़ाहट के साथ सुना गया।
व्यंग्यकार श्री विनोद पाराशर ने,जब अपनी हास्य व्यंग्य से सराबोर रचनाएं पढ़ी,तो श्रोता अपनी हंसी नहीं रोक पाए।
सुश्री दीपा गुप्ता व महियों की रानी सुश्री रजनीश गोयल ने होली से संबंधित अपने गीत पढ़कर वातावरण को झूमाकर रख दिया।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती सरोज दीक्षा वेदालंकार, सरस्वती वंदना का पाठ आर्य पुत्री सुनीता बुग्गा ने किया।इस अवसर पर गणमान्य अतिथियों में निगम पार्षद श्री रवि हंस जी तथा दिल्ली की पूर्व महापौर श्रीमती मीरा अग्रवाल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि कवियो॔ ने अपनी कविताओ से हमेशा राष्ट्र जागरण का कार्य किया है।डॉक्टर जयसिंह आर्य के गीतों में राष्ट्र चेतना का स्वर मुखर होकर उभरा है।गीत आपसी प्रेम, भाईचारा बढाने में अपना महत्वपूर्ण रोल निभाते है व संदेशात्मक हैं।होली पर ऐसे ही गीतों की आवश्यकता है।दिल्ली की पूर्व महापौर मीरा अग्रवाल और संदेश विहार के निगम पार्षद रवि हंस ने होली पर आयोजित इस शुद्ध साहित्यिक व सात्विक आयोजन के लिए बृजेश गर्ग जी को साधुवाद दिया व कवियों का आशीर्वाद लिया।
समापन पर सभी ने होली पर स्वादिष्ट व्यंजन का स्वाद चखा।कवि सम्मेलन की सफलता पर संयोजक बृजेश गर्ग ने सभी उपस्थित कवियों व श्रोताओं का आभार व्यक्त किया।

LEAVE A REPLY