9.8.2021 ,सभागार कक्ष, जिला मुख्यालय . गाज़ियाबाद –
आज यहाँ मोबाइल टावर एंड इन्फ्रा प्रोवाइडर एसोसिएशन के साथ जिलाधिकारी श्री राकेश सिंह के नेतृत्व में मोबाइल टावर्स और ऑप्टिकल फाइबर लाइन पर एक बैठक आयोजित की गयी I बैठक में निन्म्न्लिखित अधिकारी उपस्थित थे :
• मख्य अभियंता बिजली विभाग श्री पकज
• गाज़ियाबाद विकास प्राधिकरण के टाउन प्लानर श्री रतन शाह
• उद्यान अधिकारी श्री भारती
• श्री संतोष कुमार डिप्टी जनरल मेनेजर
• श्री उमा नाथ शुक्ल, अधिशाशी अभियंता, यू पी आवास विकास
• श्री रवीश कुमार राय, डी जी एम् , उद्योग
• श्री के एम् कपूर , डिप्टी निर्देशक , COAI
• श्री देश राज सिंह, अधिशाषी अभियंता , नगर निगम
• श्री प्रमोद कुमार ,AMC, नगर निगम
• कर्नल तेजेंद्र पाल त्यागी , चेयरमैन , आर डव्लू ऐ फेडरेशन एवं फ्लैट ओनर्स फेडरेशन
जिलाधिकारी श्री राकेश सिंह ने बताया की निति और एक्ट में वही फर्क है जो संविधान में मूल अधिकारों और डायरेक्टिव प्रिंसिपल्स मैं है I लिहाजा ऑप्टिकल फाइबर केबल डालने के लिए शाशन के आदेश और गाज़ियाबाद विकास प्राधिकरण की अनुमति आवश्यक है और गाज़ियाबाद विकास प्राधिकरण को अनुमति देने के लिए आर डव्लू ऐ फेडरेशन को विश्वास मैं लेना होगा I
मोबाइल टावर एंड इन्फ्रा प्रोवाइडर एसोसिएशन के प्रितिनिधियों की तरफ से अनेकों दलील दी गयीं I विदेशों के उधारण दिए गए I यह बात मान भी ली गयी की वर्तमान में हम मोबाइल के बिना नहीं रह सकते I इसलिए , मोबाइल टावर के विकल्प खोजने होंगे I
कर्नल त्यागी ने बताया की मोबाइल टावर का एंटीना जो तरंगे उत्पन्न करता है वो रेडियो वेव्स के उच्चतम ब्रेकिट् में आती है | ये तरंगे 24 घंटे निकलती हैं इसलिए मोबाइल टावर से 10 मीटर तक की दूरी में रहने वाले लोग मोबाइल फोन की तरंगो के मुकाबले एक करोड़ गुना ज्यादा तक की तरंगो का सामना करते है और बीमार हो सकते हैं I
कर्नल त्यागी ने प्रश्न किया की क्या टेलिकॉम कंपनी के निर्देशक 4 घंटे तक मोबाइल टावर से 1 मीटर की दूरी पर मुख्य बीम की दिशा में खड़े रहकर दिखा सकते है ?
उपरोक्त को ध्यान में रखते हुए आर डब्लू ऐ फेडरेशन एवं फ्लेट ओनर फेडरेशन गाज़ियाबाद की तरफ से कहा गया की घरो की छतो पर , स्कूलों में , अस्पतालों में मोबाइल टावर न लगाये जाए | कनेक्टिविटी के लिए सार्वजनिक केन्द्रों पर , हरित पट्टियों में , सार्वजानिक पार्कों में और आइसोलेटिड बिल्डिंग की छतो पर स्थानीय लोगों को विश्वास में लेकर मोबाइल टावर लगाये जा सकते हैं बशर्ते उन पर अत्यधिक ऑपरेटर्स न हों और डायरेक्शनल बीम भी न हो I