आज दिनांक 1-5-२०१७ को जैन स्वेताम्बर तेरापंथ सभा गांधीनगर एवम शाहदरा द्वारा तेरापंथ भवन , कृष्णा नगर में मुमुक्षु जयंत बुच्चा के मंगल भावना समारोह के आयोजित कार्यक्रम को संबोद्धित करते हुए ‘शासन श्री’ मुनि विजयकुमार जी ने कहा-यह संसार विचित्रताओं एवम विविधताओं का संगम है. कहीं उमंग के पलाश खिलते है कही अवसाद के बर्फ पिघलते है कही जन्म की खुशिओ को उजागर करने वाले गीत गाए जाते है तो कहीं मौत का पैगाम सुनते ही दिशाएं कांप उठती है संसार की ऐसी क्षणभंगुरता को जानकर व्यक्ति आध्यत्म की दिशा में प्रस्थान करे वैराग्य को जागृत करे इसी क्रम में मुनि श्री आगे कहा-अनुश्रोत से प्रतिश्रोत की ओर गमन करना, भोग से त्याग की ओर बढ़ना एवम गुरु के चरणों मे सर्वात्मना समर्पित हो जाना ही दीक्षा है
इसी सन्दर्भ में मुनि श्री कुलदीप कुमार जी कहा भारतीय संस्कृति में दीक्षा का एक उदान्त एवम निर्माणकारी अनुष्ठान माना गया है जैन, बोद्ध औऱ वैदिक तीनो संस्कृतिओ में दीक्षा की ओजस्वल गौरवमय परम्परा रही है मुमुक्षु जयंत आचार्य महाश्रमण जी करकमलों से दीक्षित होकर जीवन की श्रेष्ठता को प्राप्त करे यहीं मंगल कामना है इसी संदर्भ में मुनि श्री सम्भव कुमार जी ने गीतिका के माध्यम से मंगल भावनाएं रखी एवम विशेष संचालन करते हुए मुनि श्री मुकुल कुमार जी ने मुमुक्षु जयंत को उत्प्रेरित किया |
प्रवक्ता प्रमोद दुगड़ ने बताया की मंगल भावना कार्यक्रम की शुरुआत मुनि श्री के मंत्रोच्चार द्वारा हुई, मुनि श्री मुकुलकुमार जी द्वारा आचार्य तुलसी द्वारा रचित गीतिका “सिरियारी रो संत प्यारो-प्यारो लागे” का लयबद्ध संगान किया गया प्रेरणास्पद एवम संयम का पाठ पढ़ाती हुई मनमोहक गीतिका के माध्यम से गांधीनगर ज्ञानशाला की प्रशिक्षिकिओ द्वारा प्रस्तुति की गई, तेमम की बहिनो द्वारा सुंदर गीतिका, इसी क्रम में दिल्ली सभाध्यक्ष श्री गोविन्दराम बाफना, महामंत्री श्री आसकरण आंचलिया, तेमम दिल्ली की मंत्रिणी श्रीमती रीटा चोरड़िया, तेयुप दिल्ली के अध्यक्ष श्री कमल गांधी, गांधीनगर सभाध्यक्ष श्री सुपारस दुगड़,मंत्री महेंद्र श्यामसुखा, शाहदरा सभाध्यक्ष श्री निर्मल कोठारी बैद, मंत्री श्री विकास नाहटा, श्री कुलदीप बुच्चा, हेमा बुच्चा, श्री विमल गुणेचा ‘उपासक’ मुमुक्षु जयंत बुच्चा, कन्यामण्डल की सुरभि ने अपनी मंगल भावनाएं प्रेषित की एवम मुमुक्षु का स्वागत तिलक, माला एवम साहित्य द्वारा सभी संघीय संस्थाओ के पदधिकारिओ एवम गणमान्य व्यक्तिओ द्वारा किया गया इससे पूर्व प्रातःकालीन 7.30 बजे मुमुक्षु जयंत का वरघोड़ा एवम शोभा यात्रा राजगढ़ कालोनी गली नं 2 से भव्य एवम गरिमामय रूप को दर्शाती हुई विशाल जुलूस के रूप में आरम्भ होकर तेरापंथ भवन, कृष्णानगर में पहुंचकर मंगल भावना समारोह में परिवर्तित हो गयी शोभा-यात्रा में सभी संघीय संस्थाओ की गरिमामय उपस्थिति रही