सावित्रीबाई फूले स्मृति मातृशक्ति सम्मान एवं राष्ट्रीय संगोष्ठी पूणे में सम्पन्न हुई।

0
210

WhatsApp Image 2022-03-09 at 2.46.07 PM
राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना का पच्चीसवां आयोजन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अन्तर्गत सावित्रीबाई फूले स्मृति पंचम मातृशक्ति सम्मान समारोह में देश की तकनीकि शिक्षा में प्रथम शिक्षा नगरी पूणे के पुना महाविद्यालय में 55 मातृशक्ति सम्मान एवं नारी सशक्तिकरण और भारत विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न हुई।
संगोष्ठी का शुभारम्भ दीपदीपन से राष्ट्रीय मुख्य संयोजक डॉ. शहाबुद्दीन शेख, राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सुवर्णा जाधव, राष्ट्रीय महासचिव डॉ. प्रभु चैधरी ने किया। संगोष्ठी के प्रारम्भ में सरस्वती वंदना डॉ. संगीता पाल ने एवं नृत्य अनुपमा इंगले ने प्रस्तुत किया। संगोष्ठी को विशिष्ट अतिथि डॉ. अरूणा शुक्ल, डॉ. शहनाज शेख, डॉ. प्रभा शर्मा, डॉ. अलका नाईक, श्रीमती ललिता अध्यापक ने महाराष्ट्र की संत परम्परा और सामाजिक एवं साहित्यिक योगदान पर शोधपरक वक्तव्य दिया। अतिथियो का महाराष्ट्र की परम्परागत फेटा दुपट्टा से स्वागत किया। अतिथि परिचय डॉ. प्रभु चैधरी ने एवं प्रस्तावना डॉ. भरत शेणकर ने दी। प्रथम सत्र की संगोष्ठी का संचालन डॉ. रजिया शेख ने एवं आभार संयोजक डॉ. मोहम्मद शाकिर शेख ने माना। संगोष्ठी में शोधपत्र वाचन डॉ. प्रतिभा येरेकार, डॉ. बालासाहेब तोरस्कर, डॉ. बाबासाहेब शेख, डॉ. रूपा व्यास, डॉ. प्रिया ए., डॉ. रीना सुरडकर, ललिता घोडके आदि ने किया।
समारोह के द्वितीय सत्र में राष्ट्रीय संगोष्ठी महिला सशक्तिकरण और भारत की नारी पर समारोह मुख्य अतिथि डॉ. आफताब अनवर शेख(प्राचार्य) एवं अतिथि डॉ. दीपिका सुतोदिया, कविता राजपूत, डॉ. सविता इंगले, सुवर्णा , श्री अशोक जाधव, डॉ. सुशीला पाल एवं अध्यक्षता डॉ. शहाबुद्दीन शेख ने की। संगोष्ठी में मुख्य वक्ता श्रीमती उपमा आर्य लखनउ, वक्ता डॉ. मुक्ता कौशिक एवं डॉ. जया आनंद, डॉ. मयूरी कदम, डॉ. प्रतिभा कोठेकर, डॉ. दीपिका पुणेकर आदि ने भी अपना उद्बोधन दिया।
संगोष्ठी के शुभारंभ में अतिथियों का स्वागत श्रीमती सीमा निगम, अतिथि परिचय भुवनेश्वरी जायसवाल ने दिया। संगोष्ठी में अतिथियों एवं वक्ताओं ने नारी शक्ति को राष्ट्र शक्ति बताया। तत्पश्चात् देश की 55 आदर्श महिलाओं को अभिनंदन पत्र स्मृति चिन्ह प्रदान किये। मातृशक्ति सम्मान में भारत की वीरांगनाओं, राजमाता, महान रानी, समाजसेवी, उच्च शिक्षा आदि के नाम पर सम्मान डॉ. रीना सुरडकर, सोमेश्वरी ज्योति मोरे, मनीषा खेडेकर, ब्रजबाला गुप्ता, डॉ. रूपा व्यास, ललिता अध्यापक, डॉ. मुक्ता कौशिक, डॉ. अनसूया अग्रवाल, डॉ. संगीता पाल, ज्योति जलज, प्रभा शर्मा, सुजाता पाटील, डॉ. रजिया शेख, डॉ. अरूणा शुक्ल, डॉ. शहनाज शेख, ज्योति चैहान, जया आनंद, डॉ. दीपिका सुतोदिया, डॉ. सुशीला पाल, गरिमा गर्ग आदि का सम्मान किया। महाराष्ट्र इकाई ने डॉ. शहाबुद्दीन शेख, डॉ. प्रभु चैधरी का भी अभिनन्दन किया। संचालन महासचिव रोहिणी डावरे ने किया एवं आभार डॉ. भरत शेणकर ने माना।
राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना उज्जैन के महासचिव डॉ. प्रभु चैधरी द्वारा लिखित पुस्तक रू देवनागरी लिपि तब से अब तक का अनुवाद मराठी भाषा में श्रीमती सुवर्णा जाधव ने किया। पुस्तक की समीक्षा वाचन डॉ. शहाबुद्दीन शेख ने की । सावित्रीबाई स्मृति मातृशक्ति सम्मान समारोह पुना कॉलेज पूणे में गति दिवस हुआ।
समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. आफताब अनवर शेख(प्राचार्य पुना कॉलेज पुणे), अध्यक्षता डॉ. दीपिका सुतोदिया(अध्यक्ष कार्यकारी गुवाहाटी असम), विशिष्ट अतिथि डॉ. अरूणा शुक्ला, डॉ. बालासाहेब शेख, डॉ. मुक्ता कौशिक, मुख्य वक्ता डॉ. शाकिर शेख, वक्ता डॉ. भरत शेणकर, डॉ. बालासाहेब तोरस्कर, डॉ. शेहनाज शेख, सुवर्णा जाधव, डॉ. प्रभु चैधरी, भुवनेश्वरी जायसवाल आदि रहे।
इस अवसर पर डॉ. प्रभु चैधरी की दीर्घ साहित्य सेवा एवं देवनागरी लिपि की प्रथम पुस्तक लेखक को नागरी लिपि परिषद नई दिल्ली की प्रेरणा से संत गंगादास नागरी सम्मान अतिथियों द्वारा शॉल, स्मृति चिन्ह, अभिनंदन पत्र एवं राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना की प्रदेश इकाई महाराष्ट्र के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. भरत शेणकर, प्रदेश महासचिव रोहिणी डावरे ने भी सम्मानित किया। समारोह में नागरी लिपि परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के मुख्य संयोजक डॉ. शहाबुद्दीन शेख पूणे का भी अभिनंदन पत्र प्रदान करके शॉल से स्वागत किया।
समारोह में विशेष अतिथि रोहिणी डावरे, ललिता अध्यापक, उपमा आर्य, दीपिका पुणेकर, जया आनंद, डॉ. प्रिया ए., मनीषा खेडेकर, ज्योति मोरे, प्रतिभा येरेकार, ललिता घोरपडे, कंचन शर्मा, हेमा मस्के, डॉ. सुशिला पाल, सोमेश्वरी, डॉ. संगीता पाल आदि रहे। संचालन डॉ. रजिया शेख ने किया एवं आभार डॉ. प्रभा शर्मा ने माना।

LEAVE A REPLY