मकर सक्रांति के शुभ अवसर पर आदि शंकराचार्य जन सेवा ट्रस्ट द्वारा हिंगलाज भवानी मंदिर, मधु विहार, आई•पी• एक्सटेंशन, दिल्ली में भगवान राम के 14 वर्षों के वनवास के विषय में पर कार्यक्रम किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता भारत सरकार, संस्कृति मंत्रालय के “रामायण सर्किट” के चेयरमैन डॉक्टर राम अवतार शर्मा जी रहे जिन्होंने विस्तार से इस विषय का चित्रण प्रस्तुत किया। “भगवान राम इस देश की आस्था व आत्मा है”, इसी पर डॉ राम अवतार जी ने अपनी लंबी यात्रा के विषय में विस्तृत जानकारी दी। प्रभु श्रीराम के 14 वर्षों के वनवास के विषय में ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं थी जिसके कारण राम विरोधी
लोग भ्रांतियां फैलाते व दुष्प्रचार करते थे। इस विषय के ऊपर लंबे समय से कोई सघन व प्रामाणिक कार्य उपलब्ध नही था जिसके कारण राम अवतार जी को अनेको कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। उन्होंने बताया की अपनी पैदल व बाद में साईकल यात्रा से अनेकों कठिनाइयों से जूझते हुए उन्होंने एक-एक स्थान जाकर सूचनाएँ एकत्रित की व क्षेत्रीय लोगों से उनके प्रमाण एकत्रित करने का प्रयास किया। कई स्थानों पर तिरस्कार, उपहास व दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा। समाज में फैले हुए धर्मनिरपेक्षतावादी लोगों ने उन्हें बहुत हतोत्साहित करने का प्रयास किया परंतु इतनी कठिन यात्रा को भगवान राम से ऊर्जा प्राप्त कर आगे बढ़ते रहे। प्रभु श्रीराम की प्रेरणा से हर स्थान पर चमत्कारिक रूप से उन्हें सूचनाएं मिलती रहीं व अभियान अग्रसर होता रहा। हर स्थान की खोज के साथ जानकारियां सूचीबद्ध करते गए और अयोध्या से चित्रकूट, बक्सर, जनकपुर ,दंडक वन, किष्किंधा नगरी इत्यादि से लेकर श्रीलंका तक के सारे स्थानों का को ढूंढने में सफलता मिलती रही। अपनी लम्बी, कठिन यात्रा से प्राप्त सूचनाओं पर गहन शोध कर उन्होंने पीएचडी की डिग्री प्राप्त की। राम अवतार जी को रास्ते में आर्थिक,सामाजिक, राजनीतिक व धार्मिक रूप से बहुत अड़चनो का सामना करना पड़ा परंतु दिव्य शक्ति के दर्शन के प्रभाव से असंभव सा प्रतीत होने वाला कार्य संकल्प अनुसार पूर्ण हुआ। उन्होंने बताया कि किसी भी विद्यालय, विश्वविद्यालय, ग्रन्थों इत्यादि में भगवान राम के वन गमन के विषय में पर्याप्त जानकारी ना होने के कारण सूचनाएं उपलब्ध नहीं थी परन्तु अब राम वन गमन पर प्रमाणित रुप से सूचीबद्ध पुस्तक व प्रपत्र सर्वत्र उपलब्ध है । आदि शंकराचार्य ट्रस्ट के बोर्ड ने राम अवतार जी से चर्चा की व उनके इस शोध कार्य की प्रशंसा करते हुए अनुरोध किया की मकर सक्रांति के पावन पर्व पर वह जनसमूह को यह महत्वपूर्ण जानकारियां दें। कार्यक्रम मे भारी संख्या में उपस्थित लोगों ने उनकी प्रशंसा की व अपने प्रश्न भी रखें जिनका उत्तर राम अवतार जी ने संतुष्टि पूर्वक दिया।आदिशंकराचार्य जनसेवा ट्रस्ट की तरफ से महेश गुप्ता, दीपक अग्रवाल, महेश हिंगोरानी, प्यारे कृष्ण गाडरु, अरविंद वार्ष्णेय ,संतोष गुप्ता, प्रभात शर्मा, पुनीत ढींगरा इत्यादि ने कार्यक्रम की सम्पूर्ण व्यवस्था का सफलतापूर्वक निर्वाहन किया। हिंगलाज भवानी मंदिर की संचालिका राधा शर्मा जी व प्रधुम्न शर्मा जी ने आदिशंकराचार्य जन सेवा ट्रस्ट का धन्यवाद दिया जिसके कारण मंदिर के प्रांगण में इतना ज्ञानवर्धक , भक्ति पूर्ण कार्यक्रम संपन्न हुआ। आदि शंकराचार्य ट्रस्ट के अध्यक्ष दीपक गुप्ता जी ने उपस्थित जनसमूह को धन्यवाद प्रस्तुत किया वह निवेदन किया की मकर सक्रांति के पर्व पर दान की महिमा है इसलिये समाज के निर्धन वर्ग को उनकी आवश्यकता अनुसार वस्तुएं दान करें ।
सौ• दीपक गुप्ता
अध्यक्ष, आदिशंकराचार्य जनसेवा ट्रस्ट