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आज रविवार 10 नवम्बर 2019 को दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी में युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच के तत्वावधान में छठा अखिल भारतीय साहित्य महोत्सव एवं सम्मान समारोह आयोजित हुआ।कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार ,व्यग्यकार एवं अट्टहास के प्रबंध संपादक अनूप श्रीवास्तव ने की । वरिष्ठ साहित्यकार एवम पत्रकार ग्वालियर से पधारे श्री प्रमुख अतिथि श्री राकेश अचल थे। मुख्य अतिथि के रूप में श्री सियाराम साहु, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ पिछड़ा वर्ग आयोग एवं अतिविशिष्ट अतिथियों में डॉ रमा द्विवेदी ,प्रो देवी पंथी (नेपाल ),डॉ तारा सिंह , श्री बाल स्वरूप राही एवम ट्रूमीडिया के प्रधान संपादक श्री ओम प्रकाश प्रजापति जी के नाम उल्लेखनीय है।
इस अवसर पर बाल स्वरूप राही, सीमाब सुल्तान पुरी, डॉ राणा प्रताप सिंह गन्नौरी, रमेश सिद्धार्थ ,उर्मिल सत्यभूषण,डॉ अशोक मैत्रेय ,अनूप श्रीवास्तव,जीतेन्द्र निर्मोही एवं लता यादव बारह वरिष्ठ साहित्यकारों को उत्कृष्ट एवं सतत साहित्य साधना के लिए लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड-2019 , हिंदी भाषा को समृद्ध करने हेतु हैदराबाद की डॉ. रमा द्विवेदी सहित सोलह साहित्यकारों को भाषा- रत्न सम्मान प्रदान किये गए। छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ साहित्यकार बलदाऊ राम साहु को भारतेंदु हरिश्चंद्र शिखर सम्मान एवं पुरस्कार राशि,शाल एवं प्रमाणपत्र देकर प्रदान किया गया । संतराम पांडेय सहित पांच साहित्यकारों / पत्रकारों को मेजर वीरेंद्र सिंह स्मृति सम्मान पुरस्कार राशि सहित दिए गए । लगभग डेढ़ सौ साहित्यकारों को विभिन्न अलंकरणों से सम्मानित किया ।युवा /नवोदित साहित्यकारों को उनकी सृजन क्षमता में अभिवृद्धि हेतु विशेष प्रोत्साहन दिया गया,वहीं वरिष्ठ साहित्यकारों को उनके सतत उत्कृष्ट लेखन के लिए समादृत किया गया । पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य हेतु अरुण पांडेय एवं शम्भू पंवार सहित पांच साहित्यकारों को गणेश शंकर विद्यार्थी पत्रकारिता सम्मान प्रदान किया गया।मंच की वार्षिकी 2019 ‘उत्कर्ष की ओर ‘,काव्य त्रिपथगा ,ख्यात व्यंग्य पत्रिका अट्टहास -नवम्बर 2019 अंक , ख्यात साहित्यकार डॉ पवन विजय जी की प्रथम बाल कृति मेरा भाई नेवला, कोटा राजस्थान के प्रतिष्ठित साहित्यकार जितेन्द्र निर्मोही जी की नांव चली हैया हैया , जंगली जीवाँ की पछाण,गाधि सुत, वरिष्ठ साहित्यकार विजय प्रशांत जी की छू लेना है व्योम, नेपाल के ख्यात साहित्यकार डॉ देवी पंथी जी की ग़ज़ल और चारु ,विचार एवं संवाद , जबल पुर के ख्यात साहित्कार बसंत शर्मा जी की बुधिया लेता टोह आदि कृतियों के साथ ही ट्रू मीडिया के विजय प्रशांत जी पर केंद्रित अक्टूबर माह अंक एवम डॉ दमयंती शर्मा दीपा जी पर केन्द्रित नवम्बर माह के अंक का भव्य लोकार्पण हुआ। इस कार्यक्रम में नवोदित एवं वरिष्ठ रचनाकारों की कृतियों का इन्द्रधनुषी संगम देखने को मिला। इस अवसर पर बाल साहित्य के प्रतिमान ,चुनौतियां एवं संभावनाएं पर सार्थक चर्चा हुई,जिसमें डॉ पवन विजय,डॉ पुष्पा जोशी,जितेंद्र निर्मोही ,बलदाऊ राम साहु, बाल स्वरुप राही ने अपने सार्थक विचार रखे। परिचर्चा का समापन श्री रामकिशोर उपाध्याय ,अध्यक्ष,युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच ने किया। मंच संचालन डॉ पवन विजय जी एवम डॉ पुष्पा जोशी जी ने बड़ी कुशलता से किया ।पूरे दिन सुबह से शाम तक चले इस समारोह में देश के दूर – दूर से एवं नेपाल से कुल मिलकर दो सौ साहित्यकारों ने बड़ी सक्रियता से भाग लिया । इस अवसर पर मंच के कोषाध्यक्ष और खिलाड़ी सेना के अध्यक्ष हीरालाल गुप्ता जी एवम मंच की संचालन समिति की सदस्य सुश्री मिलन सिंह जी के सहयोग से बच्चों के सांस्कृतिक एवम योग व आत्म रक्षा पर सुन्दर कार्यक्रम भी रखा गया। इस अवसर पर मंच प्रबंधन मंच की सहायक महासचिव वसुधा कनुप्रिया
एवम हाल प्रबंधन अकेला इलाहाबादी जी ने संभाला सभी राष्ट्रीय और प्रांतीय प्रभारियों और राज्य कार्यकारिणी के सदस्यों ने कार्यक्रम को भव्य बनाने मे सहयोग दिया। कुछ सदस्य और पदाधिकारी व्यक्तिगत कारणों से आयोजन मे सम्मिलित नहीं हो पाये और अपना आर्थिक और आत्मीय सहयोग मंच को प्रदान किया।अगले वर्ष पुनः सुखद मिलन की कामना करते हुये कार्यक्रम के अंत मे मंच के महासचिव द्वारा सभी को धन्यवाद ज्ञापन किया गया।
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ओम प्रकाश शुक्ल
महासचिव /युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच